बिहार में इंटर की परीक्षा के दौरान एक सेंटर पर अजब दृश्य सामने आया। सारण जिले में एक महिला ने परीक्षा से 6 घंटे पहले एक बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद वो महिला नवजात को लेकर इम्तिहान भी दे आई।

इंटर परीक्षा देने के सिर्फ 6 घंटे पहले एक महिला ने बच्ची को जन्म दिया। इसके बाद वो पूरे छपरा जिले में चर्चा का विषय बन गई है। इस महिला ने नवजात को गोद में लेकर इंटर की परीक्षा भी दी। प्रसव के तुरंत बाद परीक्षा देने केंद्र पर मासूम के साथ गई इंटर की परीक्षार्थी के हौसले को लोग भी सलाम कर रहे हैं।

सारण के तरैया का है मामला

मंगलवार को तरैया प्रखंड के नारायणपुर निवासी इंटरमीडिएट की एक परीक्षार्थी को परीक्षा के दिन ही प्रसव पीड़ा शुरू हो गई ।अस्पताल में परीक्षार्थी ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। लेकिन परीक्षा अभी बाकी थी, लिहाजा प्रसव के तुरंत बाद ही हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होकर अपनी नवजात बच्ची को साथ लेकर ही परीक्षा देने के लिए छपरा चली गई। यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।

बहादुर बेटी ने नवजात बेटी के साथ दी परीक्षा

पानापुर प्रखंड के टोटहां जगतपुर निवासी राजदेव राय की पुत्री कुसुम कुमारी की शादी पिछले वर्ष ही तरैया प्रखंड के नारायणपुर निवासी मालिक राय से हुई थी। उस समय कुसुम इंटर की पढ़ाई कर रहीं थी और ससुराल आकर भी पढ़ाई जारी रखे हुए थी। इसी दौरान उसने मायके जाकर डुमरसन स्थित हाई स्कूल इंटर का फॉर्म भरा।

Whatsapp group Join

एक फरवरी 2021 से शुरू हुई इंटर की परीक्षा में कला संकाय यानि आर्ट्स की छात्रा कुसुम कुमारी का पहला पेपर भूगोल का था जिसका इम्तिहान 2 फरवरी को होना था। लेकिन एक फरवरी की रात से ही प्रसव पीड़ा होने की वजह से परिजनों ने उसे आनन-फानन में सुबह रेफरल अस्पताल तरैया में भर्ती कराया। अस्पताल पहुंचने के तुरंत बाद ही कुसुम ने एक पुत्री को जन्म दिया।

घरवालों ने की बेटी की इच्छा पूरी

नॉर्मल डिलीवरी होने की वजह से एवं जच्चा बच्चा दोनों का स्वास्थ्य संतोषप्रद देखने के बाद पढ़ाई के प्रति जागरूक परिजनों को परीक्षा की चिंता हुई। खुद कुसुम ने भी किसी भी तरह परीक्षा में शामिल होने की इच्छा जताई। उसके बाद परिजनों ने तुरंत ही छपरा स्थित गांधी हाई स्कूल के सेंटर पर पहुंचने के लिए गाड़ी की व्यवस्था की और विशेष परिस्थिति को देखते हुए तुरंत ही अस्पताल प्रबंधन ने कुसुम को डिस्चार्ज भी कर दिया।

कड़ाके की ठंड के बावजूद इस विषम परिस्थिति में भी कुसुम की अपनी नवजात बच्ची के साथ परीक्षा में शामिल होने को लेकर क्षेत्र भर में चर्चा हो रही है। लोग भी शिक्षा के प्रति परीक्षार्थी एवं उसके परिवार के लोगों की लगन और निष्ठा की सराहना करते दिखाई दे रहे हैं।