बिहार समेत देशभर में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन सुखद यह कि जिले में इसकी रफ्तार पर बहुत हद तक ब्रेक लग चुका है। कभी कोरोना मरीजों के मामले में नंबर एक पर रहा भागलपुर सिर्फ एक सप्ताह में तीसरे नंबर पर आ चुका है। जिस तरह से जिले में कोरोना मरीजों की रिकवरी की रफ्तार बढ़ी है और नये मामले की रफ्तार धीमी हुई है, ऐसे में उम्मीद है कि इस माह की समाप्ति तक जिला बहुत हद तक कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुका होगा।
एक मई को जब मायागंज अस्पताल की कोरोना लैब में जांच शुरू की गयी तो उस वक्त एक दिन में जिले के 20 से 25 संदिग्धों की जांच हो रही थी। 26 मई से जिले के 35 से 40 सैंपल की कोरोना जांच होने लगी। सरकार से दबाव बढ़ा तो कोरोना जांच की रफ्तार बढ़कर 80 से 90 सैंपल रोजाना तक पहुंच गयी।

सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार सिंह बताते हैं कि एक सप्ताह से जिले के 310 से 325 लोगों की रोजाना कोरोना जांच करायी जा रही है। इनमें से औसतन 120 लोगों की जांच कोरोना लैब मायागंज और बाकी का सैंपल पटना भेजकर करायी जा रहा है। जबकि इस दौरान महज तीन से चार मरीज रोजाना आ रहे हैं।