बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले ली है। फरवरी, 2021 में वे रिटायर होने वाले थे। सेवानिवृत्ति से पांच महीने पूर्व ही उन्होंने नौकरी छोड़ दी। डीजी होमगार्ड एसके सिंघल को डीजीपी का प्रभार सौंपा गया है। गृह विभाग ने इसकी अधिसूचना मंगलवार को जारी कर दी है। माना जा रहा है कि गुप्तेश्वर पांडेय आगामी विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं।

गुप्तेश्वर पांडेय के विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलें काफी दिनों से चल रही थी। हाल में ही जदयू के बक्सर जिलाध्यक्ष के साथ उनकी एक तस्वीर वायरल हुई थी। इसके बाद उनके बक्सर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर है। वीआरएस लेने के बाद यह लगभग तय माना जा रहा है कि वे बिहार विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाएंगे।

आपको बता दें कि गुप्तेश्वर पांडेय 1987 बैच के आईपीएस अफसर हैं। संयुक्त बिहार में कई जिलों के एसपी और रेंज डीआईजी के अलावा वे मुजफ्फरपुर के जोनल आईजी भी रहे हैं। एडीजी मुख्यालय और डीजी बीएमपी का भी उन्होंने पद संभाला था। केएस द्विवेदी के सेवानिवृत होने के बाद फरवरी, 2019 में बिहार के डीजीपी नियुक्त किए गए थे।

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गृह विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक 22 सितंबर, 2020 के अपराह्न से उन्हें स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति प्रदान की गई है। उन्होंने मंगलवार को ही इसके लिए आवेदन दिया था। स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए कम से कम तीन महीने पूर्व आवेदन किए जाने के नियम को शिथिल करते हुए राज्य सरकार ने इसे स्वीकार कर लिया।

2009 में भी छोड़ी थी नौकरी

आईजी रहते गुप्तेश्वर पांडेय ने साल 2009 में वीआरएस ले लिया था। तब उनके बक्सर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की चर्चा थी। हालांकि बाद में वे किसी भी दल से चुनावी मैदान में नहीं उतरे और वीआरएस को भी वापस ले लिया था।

एसके सिंघल रहे हैं एडीजी मुख्यालय

गुप्तेश्वर पांडेय के वीआरएस लेने के बाद 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी और डीजी होमगार्ड एसके सिंघल को डीजीपी का प्रभार सौंपा गया है। डीजी में प्रोन्नत होने से पहले एसके सिंघल एडीजी मुख्यालय के पद पर लम्बे समय तक तैनात थे।