कार्रवाई : लड़की के पिता ने बंगाल में कराया केस, तब पहुंची पुलिस
फेसबुक पर फोटो देख 8वीं छात्रा ने कहा-शादी करोगे, लड़के कीे हां पर पहुंची भागलपुर, मंदिर में की शादी

फेसबुक पर प्यार का इजहार शादी तक पहुंच गया। पर शादी करने वाले युवक ने लड़की के उम्र का ख्याल तक नहीं किया, जो उसे महंगा पड़ गया। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। मामला दो राज्यों के बीच से जुड़ा है। बंगाल के चौबीस परगना जिले की रहने वाली 8वीं की एक 14 साल की छात्रा को फेसबुक पर एक स्मार्ट लड़के का फोटो दिखा। इसके बाद लड़की ने लड़के को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर उसकी फोटो को लाइक कर दिया। फिर फेसबुक पर ही दोनों एक दूसरे के नजदीक आ गए।

लड़की ने एक दिन फेसबुक पर मजाक-मजाक में लड़के से कहा कि शादी कराेगे, लड़के ने भी हामी भर दी। लड़के के कहने पर लड़की घर छोड़कर ट्रेन से भागलपुर पहुंच गई। इसी साल 26 जुलाई को लड़की घर से अचानक गायब हुई, तो पिता को सारा माजरा समझते देर नहीं लगी। फेसबुक व मोबाइल के जरिए उन्हें पता चला कि बेटी बिहार के भागलपुर जिले के बबरगंज इलाके में है। 29 जुलाई को लड़की के पिता ने लड़के को आरोपी बनाते हुए बंगाल के बागुईअाटी थाने में केस कर दिया। बंगाल पुलिस सोमवार को बबरगंज पुलिस के सहयोग से आरोपी युवक मोदीनगर मिरजानहाट के रहने वाले 22 साल के युवक नीरज कुमार उर्फ नीरज अार्या को गिरफ्तार कर लिया।

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बंगाल कोर्ट में उपस्थित कराने को भागलपुर कोर्ट ने दी मंजूरी

इसके बाद बंगाल पुलिस ने कोर्ट में आवेदन देकर युवक को ट्रांजिट रिमांड मांगा है। दिए गए आवेदन में इस बात का उल्लेख किया है कि आरोपी युवक का सत्यापन बबरगंज थाने के सहायक अवर निरीक्षक त्रिभुवन शर्मा ने किया है। आरोपी युवक को बंगाल कोर्ट में उपस्थित कराना है इसलिए हुजूर दो दिनों के ट्रांजिट रिमांड पर दिया जाए। कोर्ट ने दो दिनों के ट्रांजिट रिमांड की मंजूरी देते हुए दारोगा को आदेश दिया कि भागलपुर से कोलकाता की दूरी 550 किलोमीटर है। ऐसे में सुरक्षा व संरक्षा सुनिश्चित हो।

अाराेपी के पिता ने आवेदन दे गुहार लगाई

उधर, आरोपी युवक के पिता ने कोर्ट में आवेदन देकर गुहार लगाई है कि उसके बेटे को जिस केस में बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उस केस में पुलिस के रवैये से पता चलता है कि पुलिस शारीरिक यातना का प्रयाेग कर सकती है। पुलिस ने बताया कि यदि लड़की बालिग रहती और वह लड़के के पक्ष में बयान देती तो ये मामला कानूनी पेच में नहीं फंसता, लेकिन लड़की नाबालिग है। इसलिए इस मामले में उसका बयान कोई मायने नहीं रखेगा। बंगाल पुलिस के साथ लड़की के पिता भी माैजूद थे।