अधिकारी बन बीएसएफ में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले नाथनगर के रहने वाले मानव राज शर्मा को बोकारो पुलिस ने मंगलवार दोपहर में लोकल पुलिस की मदद से कोतवाली चौक से गिरफ्तार कर लिया। बोकारो के बालीडीह थाना में उसपर केस दर्ज किया गया था। बालीडीह के ही रहने वाले पुलिसकर्मी का बेटे रोहित ने केस दर्ज कराया था। बीएसएफ में नौकरी दिलाने के नाम पर रोहित के अलावा आरा के शीतल टोला के रहने वाले राहुल और विवेक से भी मानव ने चार-चार लाख रुपये ले लिये थे।
कोतवाली थाना पहुंचे पीड़ित छात्र रोहित और विवेक ने बताया कि उन दोनों ने बीएसएफ के लिए 2015 में परीक्षा दी थी। उन दोनों का फाइनल नहीं हो सका था। बाद में मानव ने उन्हें कॉल कर बोला कि वह बीएसएफ में दारोगा है। उसने रोहित और विवेक का पूरा ब्योरा बता दिया कि वह बीएसएफ के लिए कोशिश कर रहा है। इतना सुनने पर रोहित और विवेक को भरोसा हो गया कि वे दोनों वास्तव में बीएसएफ अधिकारी हैं।
मानव ने यह भी बताया कि उसकी डीआईजी से जान पहचान है। उसने नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया। उसने कई बार अपने दोस्त को बीएसएफ का डीआईजी बनाकर छात्रों से बात करवाई। छात्रों को उसने भरोस दिलाया कि ज्वॉइनिंग लेटर मिलने के बाद पैसे लेगा। छात्रों को ज्वॉइनिंग लेटर भी भेज दिया। उसके बाद उन छात्रों से पैसे ले लिये। बाद में पता चला कि ज्वॉइनिंग लेटर ही फर्जी था।
शहर का और शख्स इसमें शामिल, हो रही तलाश
मानव राज शर्मा के साथ इस तरह की ठगी करने वाले गिरोह में और लोग भी शामिल हैं। पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया है कि इस काम में विवि थाना क्षेत्र का भी एक शख्स शामिल है। उसकी निशानदेही पर बोकारो पुलिस लोकल पुलिस की मदद से छापेमारी कर रही है। मंगलवार की रात उस शख्स की तलाश में छापेमारी की गयी। पुलिस अन्य बिंदुओं पर भी उससे पूछताछ कर रही है। सवाल है कि रोहित और विवेक ने बीएसएफी में नौकरी के लिए दौड़ में भाग लिया और वे दोनों वहां तक पहुंचे, इसकी जानकारी मानव को कैसे हुई। और कौन लोग इसमें शामिल हैं, इसका पता लगाया जा रहा है। बोकारो के बालीडीह थाना से एसआई संदीप कृष्णा के नेतृत्व में आयी पुलिस की टीम में एएसआई रंजन और सिपाही किशोर शामिल हैं। बुधवार को आरोपी को ट्रांजिट रिमांड के लिए कोर्ट में पेश करने की बात उन्होंने कही।
कूरियर से मंगवाता था एटीएम कार्ड, इस बार पुलिस कूरियर वाला बनकर पहुंच गयी
बीएसएएफ में नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे का पेमेंट वह एटीएम से ही लेता था। मानव रोहित, विवेक और राहुल से उनके एटीएम कार्ड कूरियर से मंगवाकर यहां उसी एटीएम से पैसे निकालकर एटीएम कार्ड वापस भेज देता था। तीनों छात्रों से चार-चार लाख लेने के बाद भी उसका मन नहीं भरा तो मानव ने चार जनवरी को छात्रों को कॉल कर बताया कि नौकरी ज्वॉइन कराने वाले और रिकॉर्ड फाइल बनाने वाला का एक्सीडेंट हो गया है। उसके नाम पर फिर से तीनों से दो-दो लाख की उसने डिमांड कर दी। उसने फिर एटीएम कार्ड कूरियर से भेजने को कहा। राहुल ने कूरियर से एटीएम कार्ड भेजने की बात उसे कॉल कर कह दी। मंगलवार को तिलकामांझी थानाध्यक्ष महेश कुमार, पुलिसकर्मी रंजन कूरियर ब्वॉय बनकर कोतवाली चौक पर थे और मानव को कॉल कर बताया गया कि कूरियर आकर ले जाए। वह जैसे ही कूरियर लेने के लिए पहुंचा और अपनी पहचान बताई उसे पकड़ लिया गया।