कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से कहा है कि आप जहां हैं वहीं ठहर जाएं कोरोना खुद-ब-खुद भाग जाएगा लेकिन इन परिस्थितियों में लोग घर आना चाहते हैं चुके दूर रहते हुए उनके परिजन भी परेशान हैं। लेकिन बड़ा सवाल है कि आखिर कोरूणा से कैसे लड़ा जाए।

जी हां बिहार के कुछ लोग सात समंदर पार कैलिफोर्निया में लाख डाउन की वजह से पांच 6 दिनों से घरों में ही कैद हैं। उन लोगों ने अपनी आपबीती अपने परिजनों से साझा की है।

कैलिफोर्निया में 6 दिनों से घरों में हैं कैद

अपने घर से सात समंदर पार यानी अमेरिका काम करने गए थे, लेकिन करुणा ने ऐसा किया वहां तो जान ही सांसत में फंस गए। घर पर बैठे परिजन परेशान हैं वहीं कुछ लोग समय रहते घर आ गए थे लेकिन जो लोग हैं उन्होंने अपनी परेशानी अपने परिवार वालों से साझा की है।

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उनका कहना है कि अमेरिका के कैलिफोर्निया में लॉक डाउन चल रहा है हम लोग पांच-छह दिनों से घरों में ही कैद हैं। स्वास्थ्य सुविधाएं ना के बराबर है। आवश्यक सामान भी नहीं मिल पा रहा है। स्कूल कॉलेज दुकान है सब के सब बंद है।

बच्चों की क्लास बंद लेकिन ऑनलाइन चालू वर्क फॉर होम के तहत घर से ही काम हो रहा है। परिजनों से वहां की परिस्थितियों को साझा करते हुए इन लोगों ने कहा है कि ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया लोग घरों में कैद हैं।

पूरे शहर में सन्नाटा पसरा है कुछ होटल वाले होम डिलीवरी कर रहे हैं एक दो प्रमुख स्टोर को खोला गया है जहां जरूरी सामान मिल रहा है, लेकिन वहां दो 2 किलोमीटर की लंबी लाइन लगी है।

इतना ही नहीं एक कैलिफोर्निया में रह रहे बिहारी ने अपने परिजनों को बताया है कि यहां एक-दूसरे की दूरी 6 फ़ीट से कम है तो $400 जुर्माना देना पड़ रहा है। अस्पताल में सामान्य बीमारियों की जांच बंद कर दी गई है यहां तक कि कोई भी भारतीय कोरोना कलेक्शन होने की बात जांच करने को कहता है तो उसे लौटा दिया जा रहा है।