नवगछिया के उजानी निवासी स्वास्थ्यकर्मी मो. शमीम अख्तर की हत्या के बाद गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ था। घटना की जानकारी मिलते ही मृतक के पिता शमशुल हक नवगछिया से कटिहार पहुंचे। पिता ने कहा कि हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। बेटे की हत्या अपराधियों क्यों की यह समझ में नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि बेटा चार पहिया वाहन से कोढ़ा आता-जाता था।
गाड़ी खराब होने के कारण वह तीन-चार दिन से बाइक से आ-जा रहा था। वहीं गांव में शमीम की पत्नी सहित अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। शमीम को तीन लड़का व लड़की है। पुलिस के लिए अब यह पहेली बनी हुई है कि आखिर शमीम की हत्या क्यों की गई। जिस जगह लैब तकनीशियन को गोली मारी गई वहां पहले भी कई घटना हो चुकी है। 21 मार्च को नकाबपोश अपराधियों ने पिस्तौल की नोक पर एक पिकअप वैन को लूट लिया था और वैन पर सवार जवान के साथ मारपीट भी की थी।

19 फरवरी को हिंदुस्तान लीवर के एजेंट से एक लाख 60 हजार रुपए लूट लिए थे। यहीं पर बारह राउंड गोली चली थी। जिसके जवाब में पुलिस ने भी 12 राउंड गोली चलाई थी। सवाल यह कि जब निरंतर पुलिस गश्त होती है तब इस तरह की घटना क्यों घट रही है।