विक्रमशिला पहुंच पथ पर जाह्नवी चौक के पास ट्रक के धक्के से बाइक सवार किशोर की मौत और फिर सिलेंडर फटने से दो ट्रकों व दो बाइक में आग लग जाने से घटनास्थल पर अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। दोनो ट्रक के तेल की टंकी फटने के बाद आग आर भी ज्यादा बेकाबू हो गया था। आग की लपटें इतनी तेज थी कि टंकी के फटने के बाद आग की चपेट में।आने से झुलसे लोगों की सहायता करने में भी सक्षम नहीं थे। आग की चपेट में आए लोगो की चीखें लोगो को ढाल दे रही थी।

एक तरफ जहां आग की लपटों की चपेट में आने से दर्जनों लोग झुलस कर तड़प रहे थे तो दूसरी तरफ दूर खड़े लोग चाह कर भी घायलों की मदद करने के लिए नहीं पहुंच पा रहे थे। आग की लपटें शांत होने के बाद लोग घायलों को आनन फानन में इलाज के लिए मायागंज अस्पताल लेकर गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि छोटी परबत्ता निवासी राजीव कुमार जयमंगल टोला स्थित एचपी गैस एजेंसी से रसोई गैस सिंलेडर लेकर लौट रहा था। हादसे का शिकार नीतीश कुमार सिलेंडर लेकर बाइक के पीछे बैठा हुआ था।

इस दौरान नवगछिया से भागलपुर जा रहे आटा और सूजी लदे अनियंत्रित ट्रक ने बाइक में धक्का मार दिया। इससे नीतीश की ट्रक के पहिये दबने से मौत हो गई। जबकि राजीव गंभीर रूप से घायल हो गया। इसी हादसे के क्रम में सिलेंडर फट गया और ट्रक आग की चपेट में आ गया। भागने के क्रम में फिर ट्रक चालक ने दो बाइक को धक्का मार दिया। जिसमें बेलदौर निवासी नीरज शर्मा व मो. जॉकी घायल हो गए। दोनों की बाइक भी जल गई। जाॅकी के बाइक पर ही फातिमा खातून बैठी थी। दोनों ट्रकों के चालक और खलासी मौके से फरार हो गए। नीतीश के शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों का सौंप दिया गया है। वहीं जिंदा जली महिला के अवशेष को भी पोस्टमार्टम के लिए पुलिस ने अनुमंडल अस्पताल भेज दिया।

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जाम में फंसे रहे वाहन, यात्रियों को हुई परेशानी

दुर्घटना के बाद विक्रमशिला पहुंच पथ के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। पांच घंटे तक वाहनों में सवार लोग जाम में फंसे रहे। जाम इस कदर लगा था कि बाइक सवार भी नहीं निकल पा रहे थे। शाम साढ़े चार बजे सड़क पर से वाहनों के मलबे हटाने के बाद आवागमन शुरू हुआ। इसके बाद धीरे-धीरे वाहन अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए। इधर, स्थानीय लोगों का कहना था कि सड़क पर वाहनों की गति पर लगाम लगाने में पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से विफल रही है। इसी कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं। घटना के बाद लोगों में काफी रोष था।

दुर्घटना के एक घंटे बाद पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी

ट्रक में आग लगने की घटना के करीब एक घंटे बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी घटनास्थल पर पहुंची। तब तक ट्रक की फ्यूल टंकी फट चुकी थी और दर्जन भर लोग आग की चपेट में आने से झुलस कर जख्मी हो चुके थे। स्थानीय लोगों ने कहा कि आग बुझाने वाली गाड़ी अगर जल्द पहुंच जाती तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता। समय रहते गाड़ी पहुंच जाती तो शायद ट्रक का फ्यूल टंकी नहीं फटता ओर इतने लोग नहीं झुलसते।

विधायक ने लिया घायलों का हालचल एसडीओ से भी ली घटना की जानकारी

घटना के बाद गोपालपुर विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल झुलसे घायलों से मिलने मायागंज अस्पताल पहुंचे और चिकित्सकों से मिलकर घायलों का बेहतर इलाज के लिए कहा। इसके बाद विधायक घटनास्थल पर पहुंचे जहां उन्होंने एसडीओ मुकेश कुमार व एसडीपीओ प्रवेंद्र भारती से दुर्घटना के संदर्भ में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि घायलों को इलाज में जो भी सहायता होगी उसे प्रदान किया जाएगा। इस दुख की घड़ी में हम पीड़ित परिजनों के साथ हैं। एसडीओ ने कहा कि दुर्घटना में जिन लोगों की मौत हुई है उनके आश्रितों को चार-चार लाख मुआवजा दिया जाएगा। वहीं मायागंज अस्पताल से घायलों की रिपोर्ट आने के बाद उसके अनुसार सहायता राशि दी जाएगी।

पति के साथ मायागंज अस्पताल से इलाज करा लौट रही थी फातिमा

हादसे में जिंदा जली फातिमा खातून अपने पति मो. जाॅकी के साथ इलाज करा कर मायागंज अस्पताल से लौट रही थी। परिजनों ने बताया कि एक बजे के आसपास घटना की सूचना मिली। इसके बाद हम मायागंज अस्पताल पहुंचे वहां पर जॉकी का इलाज चल रहा था। फातिमा के बारे में पूछने पर पता चला कि उसकी मौत हो गई है।

इकलौते पुत्र की मौत के बाद मां बेसुध

सड़क हादसे में नीतीश की मौत के बाद छोटी परबत्ता गांव में मातम छाया हुआ है। मृतक व घायलों के घर परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। मृतक नीतीश कुमार के पिता फुदल मंडल बेहोश हो रहे थे। वहीं मां धनियां देवी बेसुध थी। नीतीश अपने माता पिता का इकलौता पुत्र था। मां अपने एकलौते पुत्र को पुकारा कर दहाड़ें मार कर रो रही थी। इससे वहां मौजूद सभी की आंखों में आंसू आ गए। फुदल मंडल को पांच संतान में चार पुत्री व एक पुत्र नीतीश था।