नवगछिया : रंगरा सहायक थाना क्षेत्र के साधोपुर गांव के कोसी कछार में दिन के दस बजे अपराधियों ने मछली चुराने के विवाद में पहले महिलाओं के साथ मारपीट की जब एक पुरूष सदस्य ने विरोध किया तो गोली मार कर हत्या कर दी. मृतक साधोपुर निवासी 45 वर्षीय किसान रामचन्द्र मंडल है. अपराधियों ने दो गोलियां मारी है. एक गोली बांयी कनपटी में और दूसरी गोली गर्दन में लगी है. घटना स्थल पर ही रामचंद्र मंडल की मौत हो जाने की बात कही जा रही है. घटना के बाद आनन फानन में भाग रहे अपराधियों ने अपनी अपाचे मोटरसाइकिल घटना स्थल पर ही छोड़ कर भाग गये. घटना के बाद पहुंची रंगरा पुलिस को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा.

इस दौरान गांव की महिलाएं पुलिस से उलझ पड़ी. ग्रामीणों ने आक्रोशित हो कर पुलिस को शव पोस्टमार्टम में ले जाने से मना कर दिया. ग्रामीणों का कहना था कि यहां की पुलिस हर घटना के लिए जिम्मेदार है. कोसी कछार में खुलेआम अपराधी हथियार लेकर घूमते हैं और खेती करने वाले छोटे किसानों को तंग तबाह करते हैं लेकिन पुलिस मूकदर्शक की भूमिका में है. ग्रामीणों को रंगरा ओपी के थानेदार राज कुमार सिंह एवं सअनि ओमप्रकाश सिंह द्वारा समझाने बुझाने और तत्काल अपराधियों के विरूद्ध कार्रवाई करने का आश्वासन देने के बाद ग्रामीण शव को पोस्टमार्टम के लिए पुलिस को उठाने दिया. पुलिस ने देर शाम तक शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया है.

मामले में मृतक के भाई हृदयनारायण मंडल के बयान पर रंगरा थाने में चार लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. जिनमें से वरुण मंडल, प्रमोद मंडल, पिंटू मंडल एवं सिपक मंडल को मुख्य रूप से नामजद किया गया है. घटना के संलिप्त सभी आरोपी गांव के ही बताए जाते हैं. आरोपियों में वरूण मंडल का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. नवगछिया पुलिस जिले के अलावे सीमावर्ती पूर्णिया, कटिहार जिले के विभिन्न थानों में हत्या, लूट ,रंगदारी आदि के कई मामले दर्ज हैं. वह नवगछिया जिला पुलिस का वांछित भी है. घटना की बाबत मृतक के चचेरे भाई प्रयाग मंडल ने बताया कि मेरे बासा की कुछ दूरी पर आरोपियों ने अवैध रूप से जलकर लगाया है.

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हाल ही में लगभग 15 दिन पूर्व आरोपियों द्वारा मेरे पुत्र पर चोरी करने का झूठा आरोप लगाते हुए उनके पुत्र के साथ मारपीट किया गया था. सोमवार को दिन के लगभग दस बजे के करीब आरोपी अपने अन्य सहयोगियों के साथ कोसी नदी के दक्षिणी तट पर पहुंचे. मैं अपने बासा के समीप खेतों में पानी पटवन कर रहा था. इसी दौरान आरोपियों ने गोली का फायरिंग करते हुए नाव भेजने की आवाज लगाई. नदी पार करने के लिए मैंने नाव को उस पार भेज दिया. इसी क्रम में मेरी दो पतोहू भी मेरा खाना लेकर बासा आने के लिए नाव पर सवार हो गई. मेरी दोनों पुतोहू को देखते ही आरोपियों ने उसे गाली गलौज करने लगा. जब उन लोगों ने गाली गलौज का विरोध किया तो आरोपियों द्वारा नाव पर ही उन दोनों की बेरहमी से पिटाई करने लगे.

नदी पार होने के बाद मेरी दोनों पुतोहू रोती बिलखती हुई बासा पर पहुंची और घटना की जानकारी दी. इसके बाद मैं आरोपियों के पास पहुंचकर पूछा कि मेरी पुतोहू को तुम लोगों ने क्यों मारा. यह सुनते ही वरूण ने मेरे ऊपर हथियार की बट से वार कर दिया. मुझे बचाने के लिए बासा से जैसे ही मेरे भाई रामचंद्र दौड़ कर घटना स्थल पर पहुंचे तो वरूण और अन्य अपराधियों ने दो गोली चला दी. गोली लगते ही रामचंद्र की मौत मौके पर ही हो गयी. घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी दियारा की ओर भाग निकले.

कहती है पुलिस

रंगरा ओपी के थानेदार राजकुमार सिंह ने कहा कि मामले की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. आरोपियों का आपराधिक इतिहास रहा है. पुलिस ने कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी की है. जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा.