कोरोना वायरस को लेकर देश में हुए लॉकडाउन में नवगछिया के विभिन्न गांवों के 200 मजदूर राजधानी दिल्ली में महरौली विधानसभा के वसंतकुंज मसूदपुर में फंसे हुए हैं। देर शाम मजदूरों ने वीडियो भेजकर अपने परिजनों को अपनी आप बीती बताई। वीडियो में उन्होंने नवगछिया आने की इच्छा व्यक्त की है।

मजदूरों के फंसे होने की सूचना पर भाजपा नेता सह पूर्व सांसद अनिल कुमार यादव ने फोनकर मजदूरों का हाल चाल लिया। सभी मजदूरों को नवगछिया लाने के लिए गृहमंत्रालय से बातचीत भी की है। अनिल यादव ने कहा है कि सभी मजदूर उनके घर के लोग हैं और सभी को वह व्यक्तिगत रूप से जानते हैं। उन्होंने कहा कि सभी मजदूर परेशानी में हैं। जल्द से जल्द सभी को नवगछिया लाने का इंतजाम किया जा रहा है।

मजदूर बोले-कोरोना तो बाद में मारेगा, उससे पहले भूख से सभी की मौत हो जाएगी

कदवा भरोसा सिंह टोला के शैलेंद्र पोद्दार ने कहा कि लॉकडाउन घोषित होते ही उनलोगों का काम बंद हो गया। वे लोग दिहाड़ी मजदूरी करते हैं और ठेकेदार के अंदर काम करते हैं। अब उनलोगों के पास पैसे भी नहीं है, जिससे वे लोग राशन की व्यवस्था कर सकें। ऊपर से कोरोना को लेकर मकान मालिक जल्द से जल्द मकान खाली करने कह रहा है। वे लोग सड़क पर निकलते हैं, तो पुलिस पीटती है। किराये के मकान में भेज देती है। दो सौ लोगों में एक सौ ऐसे लोग हैं, जिनकी मजदूरी का पैसा अब तक ठेकेदार ने नहीं दिया है।

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ऐसी स्थिति में सौ से भी अधिक लोग दो दिनों से भूखें हैं। यातायात का कोई भी साधन नहीं होने से लोग लाचार और बेबस हैं। कई लोगों ने रोते हुए नवगछिया के जनप्रतिनिधियों से अपील किया है कि उनलोगों को जल्द से जल्द घर ले जाने की व्यवस्था कराई जाए। अन्यथा कोरोना तो बाद में उनलोगों को मारेगा, उससे पहले भूख से सभी की मौत हो जाएगी। तेतरी निवासी श्रवण साह, कदवा भरोसा सिंह टोला के बिजल साह, विक्की पोद्दार, वीरू पोद्दार, श्रीराम साह, मृत्युंजय शर्मा, शंकर साह, कैलाश साह, बगड़ी के प्रकाश साह, बद्री साह आदि लोग दिल्ली में फंसे हुए हैं।