खरीक : खरीक प्रखंड के चोरहर में कोसी नदी के करवट बदलने से कटाव का रफ्तार काफी तेज हो गया है. कोसी नदी पर तकरीबन 40 करोड़ की लागत से तैयार चोरहर पुल और मध्य विद्यालय चोरहर भीषण प्रलयकारी तेज कटाव की जद में आ गया है. मध्य विद्यालय चोरहर के समीप कोसी तट का भीषण कटाव जारी है. तकरीबन 400 लाख की लागत से तैयार चोरहर सेतू पथ से महज सौ मीटर पश्चिम भीषण कटाव लग गया है.

बीते साल किया गया कटाव निरोधी कार्य जिओ बैग की बोरियां सरक कर कोसी में समा रही है. जिस जगह भी संकट आओ जारी है ठीक उसके ऊपर व्यवसायियों का दुकान है जो कभी भी कोसी नदी में ध्वस्त हो कर समा सकता है जान-माल की क्षति हो सकती है.

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वह मध्य विद्यालय चोरहर के समीप पहले से कटाव जारी है जिस रफ्तार से कटा हो रहा है उससे ग्रामीणों को लगने लगा है बहुत जल्द ही विद्यालय कोसी में समा जाएगा. बीते दिन पूर्व 10 करोड़ की लागत से तैयार तटबंध का 500 मीटर हिस्सा ध्वस्त होकर कोसी में समा गया.

क्या कहते है ग्रामीण 
चोरहर के ग्रामीण राजेश पंडित, दशरथ पंडित, पहलाद पंडित आदि ग्रामीणों का कहना है कि हम लोगों को भगवान के भरोसे कोसी से कटने छोर दिया गया है.रोज कटाव का दायरा बढ़ता जा रहा है. ग्रामीणों को घरों को और पुल पथ व विद्यालय कटाव के मुहाने पर है. इसे बचाने का अविलम्ब उपाय नही किया गयतो स्थिति भयावह हो जाएगा.
चोरहर में बचाव कार्य करने से जल संसाधन विभाग ने हाथ खड़े कर दिए है. विभाग के कार्यपालक अभियंता अनिल कुमार का कहना है कि बाढ़ और कटाव का समय समाप्त हो गया है. अब जो भी कार्य होगा एंटी इरोजन में होगा. वहीं अंचलाधिकारी विनय शंकर पंडा का कहना है कि चोरहर में कोसी कटाव रोकथाम के लिए बचावकार्य अविलम्ब शुरू कराने के लिए लिखा हूँ.