भारत और चीन में बीच चल रही बॉर्डर टेंशन की वजह से कई भारतीय यूज़र चीन के स्मार्टफोन और ऐप्स का बॉयकॉट करने की बात कर रहे थे. इसी बीच एक रिपोर्ट से पता चला था कि भारतीय खुफिया एजेंसियों ने भारत सरकार को 52 चाइनीज मोबाइल ऐप्स को ब्लॉक करने और लोगों से इन्हें इस्तेमाल ना करने के लिए कहा वहीं  भारत सरकार ने चीन के टिक टॉक सहित 59 को बैन कर दिया है

हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक एजेंसियों का कहना है कि ये ऐप्स सेफ नहीं है और ये यूज़र्स का डेटा भारत के बाहर स्टोर कर रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक चाइना के इन 52 ऐप्स में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म-टिकटॉक और बीगो लाइव, फाइल शेयरिंग सर्विस-शेयरit, UC ब्राउज़र मोबाइल वेब ब्राउज़र, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म-Shein, पॉपुलर गेम-क्लैश ऑफ किंग्स और कई सारे शियोमी के ऐप्स मौजूद हैं.

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि हाल ही में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय द्वारा खुफिया एजेंसियों की सिफारिश का समर्थन किया गया था. सरकार को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि ये ऐप्स भारत की सुरक्षा के लिए हानिकारक हो सकते हैं. एक अधिकारी ने बताया कि एजेंसियों की सिफारिश पर चर्चा जारी थी

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ये हैं 52 चाइनीज़ ऐप्स

360 Security, APUS ब्राउज़र, Baidu मैप, Baidu Translate, BeautyPlus, Bigo Live, CacheClear DU ऐप्स studio, Clash of Kings, Clean Master – Cheetah, ClubFactory, CM ब्राउज़र, DU Battery Saver, DU Browser, DU Cleaner, DU Privacy, DU recorder, ES File Explorer, हेलो, Kwai, LIKE, Mail Master, Mi Community, Mi स्टोर, Mi Video call-Xiaomi, NewsDog, Parallel Space, परफेक्ट Corp, फोटो Wonder, QQ International, QQ Launcher, QQ Mail, QQ Music, QQ NewsFeed, QQ Player, QQ Security Centre, ROMWE, सेल्फीCity, SHAREit, SHEIN, TikTok, UC Browser, UC News, Vault-Hide, वीगो Video, Virus Cleaner (Hi Security लैब), VivaVideo- QU Video Inc, WeChat, Weibo, WeSync, Wonder कैमरा, Xender और YouCam Makeup. likee

अब तक, इनमें से सभी 52 ऐप Google के Play Store और Apple के iOS ऐप स्टोर पर मौजूद था सुरक्षा एजेंसियों ने कथित तौर पर सुरक्षा कर्मियों से ‘हानिकारक प्रभाव’ के मद्देनजर चीनी ऐप का इस्तेमाल करने से परहेज करने को कहा था.

चाइनीज़ ऐप्स के अलावा एंजेसियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप ज़ूम को लेकर भी चिंता जताई थी. इसी साल अप्रैल में गृह मंत्रालय ने जूम की प्राइवेसी को लेकर आगाह किया था.